विवेक जी द्वारा नर्मदा पद परिक्रमा का सफल समापन
- Admin
- 8 मार्च 2023
- 1 मिनट पठन

विवेक जी ने बड़ी संख्या में अन्य संतों और परिक्रमावासियों के साथ मिलकर 120 दिनों में नर्मदा पद परिक्रमा पूरी की, जिसमें कुल तीन हजार किलोमीटर की दूरी पैदल तय की गई। वे 7 मार्च, 2023 को वापस ओंकारेश्वर पहुंचे।
होली के दिन ओंकारेश्वर में प्रवेश करते ही विवेक जी को मां नर्मदा से मांगा गया आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
बड़ी संख्या में संतों और आनंद ही आनंद के सदस्यों के साथ-साथ अन्य गणमान्य लोगों की मौजूदगी में महंत मंगल दास त्यागी विवेक जी का ओमकेश्वर लौटने पर हार्दिक स्वागत करते हैं। विवेक जी की नर्मदा परिक्रमा की मदद से इस क्षेत्र का नया गान उभरा है, जो कई पुराणों और संहिताओं में वर्णित प्राचीन तीर्थों की ओर ध्यान आकर्षित करता है। जब विवेक जी ने उन स्थानों की खोज शुरू की जो शास्त्रों में वर्णित हैं और कहानी सुनाना शुरू किया, तो उनकी परिक्रमा पहले से ही अपने आप में एक नाम बन चुकी थी।